ॐ श्री गणेशाय नमः

विघ्न हरण मंगल करण,
श्री गणपति महाराज,
प्रथम निमंत्रण आपको,
पूरण कीजौ काज।।

कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्,
सदा वसंतम हृदयारविंदे
भवंभवानी सहितं नमामि ||

ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।

||ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ||

प्रमाद से प्रसाद की ओर

प्रबिसि नगर कीजे सब काजा।
हृदयँ राखि कोसलपुर राजा॥

जो इच्छा करिहहु मन माहीं।
हरि प्रसाद कछु दुर्लभ नाहीं॥

Introduction

Jeevan Sutra

Mukti Sutra

Anand Sutra

Maya Sutra

Patanjali Yog Sutra

Amrit Yog

Depression Cure Sutra

Tension Cure Sutra

Contact us